Friday, October 4, 2013

स्कूल बस



   School Bus 

 बच्चे कैसे न जायें स्कूल

जब ऐसी बस लेने आये तो

लेकिन ये सब ४ साल से छोटे बच्चो का मन लुभाने के लिये है

इनका प्रयोग भी माता पिता बहुत मजबूरी में करते हैं

नही तो हर माँ / बाप ... ज्यादातर माँ ही सुबह अपनी कार पर बच्चे को स्कूल छोड़ने और लेने जाती है

बच्चे को स्कूल बस के हवाले न कर के खुद रोज़ जाना कितना भी मुश्किल क्यों न हो 

लेकिन सब खुशी खुशी करते हैं

बहुत ही अच्छा लगता है से सब देख कर

Thursday, May 30, 2013

छुट्टियों का इंतजार


छोटे छोटे बच्चे गर्मी को मात देते हुऐ स्कूल जा रहें हैं

दिल में इंतजार , कब छुट्टियाँ आयेंगी

सारी दुनिया में छुट्टियाँ हो चुकी

बस जापान ही बाकी है
  
बड़े बच्चो का भी यही हाल

लेकिन स्कूल से छुट्टी ,

कदापि नही

वाह, लगन हो तो ऐसी


Saturday, December 22, 2012

सर्दियाँ और स्कूल

बर्फ में खेलते बच्चे
सर्दियों में जब बड़े भी रजाइयों में दुबके होते हैं तब ये बच्चे  बहार बर्फ में खेलते स्कूल जाते हैं
बर्फ का मज़ा

सलाइड

इनकी ख़ुशी सर्दियों में और बड जाती है

कोई इन्हें लाख कहे

लेकिन ये स्कूल से छुट्टी नहीं करते

स्कूल में प्यार और मस्ती जो मिलती है करने को

Monday, September 24, 2012

स्कूल बैग

स्कूल बैग


Heavy bags are dangerous for kids in hindi नन्हे-नन्हे बच्चे और भारी-भारी बस्ते। सुबह और दोपहर के समय यह नजारा बेहद आम होता है। पीठ पर कापी-किताबों से लदे बैग से दबे इन बच्चे को देखकर अक्सर बोझा ढोने वाले मजदूरों की याद आ जाती है।

क्या आप जानते हैं कि यही बस्ते आपके बच्चे को जिंदगी भर के लिए बीमार बना सकते हैं। अमेरिकन फिजिकल थेरेपी एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि पीठ पर लदे इन बस्तों से बच्चों में पीठ का दर्द और मांसपेशियां खिंचने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

अध्ययन में पाया गया कि यदि बस्ते का वजन बच्चे के वजन से 10-15 फीसदी से ज्यादा है तो पीठ के दर्द होने का अंदेशा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं आगे चलकर यह दर्द गंभीर रूप भी ले सकता है।
लेकिन यहाँ हर तरेह से बच्चों की सेहत का ख्याल रखा जाता है 
मेरा तो मानना है की प्राथमिक शिक्षा हर बच्चे की जापान जैसी हो 
क्योकि नींव मजबूत होगी तो इमारत भी बुलंद होगी ...

Sunday, August 26, 2012

स्कूल शुरू ,,,,,

स्कूल

लो जी हो गयी छुटियाँ खत्म

चलो स्कूल को ...

अब तो कोई बहा नहीं चलेगा 
ओह


फिर से पदाई

माँ की याद आती है

अब कहाँ खेलने का समये कहाँ

बस पडो पडो पडो 

उफ़

दिन रात की डाँट भी बंद अब तो

हर वक्त एक ही बात

पड़ लो पड़ लो

इससे तो स्कूल ही अच्छा है  

Tuesday, August 7, 2012

गर्मी की छुट्टियाँ

पूल

लो गर्मियां आ गयी जापान में भी
छुटिया शुरू

लेकिन बच्चो को छुट्टी कहाँ

अगर पदाई बंद तो पूल शुरू

छुट्टी का तो नाम ही मत लीजिए यहाँ
खुशी

कितने खुश हैं सब बच्चे

चलो पदाई से छुटकारा मिला

वैसे भी घर रहना कौन चाहता है 
पूल बैग

लेकिन आप पूल के कपडे किसी भी बैग में लेकर नहीं जा सकते
उसके लिए अलग बैग होता है ,उसमे गीला तोलिया जो रखना होता है और जाते वक्त सूखे और आते वक्त गीले कपडे
लेकिन पूल पर जाने से पहले याद से सुबह हर बच्चे को थर्मामीटर से अपने शरीर का तापमान लिखना होता है ,ताकि कोई बीमार बच्चा पूल में न जाये और दूसरे बच्चे भी बचे रहे
लो जी हो गयी छुटियों की शुरुआत
न माँ को छुट्टी न बच्चों को

Saturday, July 7, 2012

बरसात के जूते

जूते
बरसात आ गई तो बच्चे कौन से जूते डालें ये सब

तो वर्ष के शुरू में ही ले लिए जाते हैं

ये पिंक जूते लड़कियों के लिए और

बिलकुल इन जैसे काले रंग के

लडको के लिए

कीचड तो होता नहीं

लेकिन पानी से बचाव

और बच्चो की सेहत का पूरा ख्याल

स्कूल में और घर में

हर जगह रखा जाता है