Sunday, August 26, 2012

स्कूल शुरू ,,,,,

स्कूल

लो जी हो गयी छुटियाँ खत्म

चलो स्कूल को ...

अब तो कोई बहा नहीं चलेगा 
ओह


फिर से पदाई

माँ की याद आती है

अब कहाँ खेलने का समये कहाँ

बस पडो पडो पडो 

उफ़

दिन रात की डाँट भी बंद अब तो

हर वक्त एक ही बात

पड़ लो पड़ लो

इससे तो स्कूल ही अच्छा है  

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